मित्रों -इसमें कोई दो राय नहीं कि अरविन्द केजरीवाल भारतीय गणराज्य के एक ईमानदार व्यक्ति हैं और उन्होंने जो पार्टी बनायी है वह जनहित में कार्य करती हुयी दिखती है,अन्य राजनितिक दलों ने जो जनता से दूरी बनाते हुए जो अभिजात्य वर्गीय राजनीतिक संस्कृति विकसित की है उन्हें अब इस संस्कृति को छोड़ते हुए जन संवाद के लिए प्रस्तुत होना होगा,आम आदमी पार्टी ने जो राजनितिक संस्कृति विकसित की है अगर कुछ अनुकरण भी करना पड़े तो अनुकरण करना वेहतर होगा किन्तु कुछ प्रश्न हैं जिसका जबाब हम नागरिकों को ढूढ़ने की आवश्यकता है
१. आखिर मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता के शपथ के बाद नवनियुक्त मुख्य मंत्री इंकलाब जिन्दावाद का नारा क्यों ?
२. किसके खिलाफ इंकलाब ज़िंदाबाद ?
३. क्या यह भाउकता नहीं ?
४. क्या निजी क्षेत्र के पूंजीपतियों के विना लोकतंत्र सम्भव है ?
५. क्या शेल्टर होम खोलने से आम आदमी को रोजगार भी मिलता है क्या उनके बच्चे मजदूरी करने से बच जायेंगें ?
६. सब्सिडी से क्या सरकारें महगाई और वोरोजगारी से छुटकारा पाएंगी ?